Kabir das ke dohe in hindi sakhi
Kabir das ke dohe in hindi sakhi
Kabir das ke dohe with meanings.
कबीर की साखी अर्थ सहित – Kabir Das Sakhi Summary in Hindi: 2022
कक्षा – 9 ‘अ’ क्षितिज भाग 1 पाठ 1
साखियाँ एवं सबद- कबीर
कबीर की “साखियाँ” का संक्षिप्त सारांश (Kabir Das Sakhi Summary in Hindi) :-
यहाँ संकलित साखियों में कबीर जी ने जहाँ एक ओर प्रेम की महत्ता का गुण गान काफी बढ़ चढ़कर किया है वहीँ दूसरी और उन्होंने एक आदर्श संत के लक्षणों से हमें अवगत कराया है। उन्होंने संत के गुणों को बताते हुए ये कहा है की सच्चा संत वही है जो धर्म, जाती आदि पर विस्वास नहीं करता। उनके अनुसार इस सम्पूर्ण जगत में ज्ञान से बढ़ कर और कुछ भी नहीं है। उन्होंने ज्ञान की महिमा के बारे में बताते हुए कहा है की कोई भी अपनी जाती या काम से छोटा बड़ा नहीं होता बल्कि अपने ज्ञान से होता है। उन्होंने अपने साखियों में उस समय समाज में फैले अंधविस्वास तथा अन्य त्रुटियों का खुल कर विरोध किया है।
कबीर के दोहे “सबद” का संक्षिप्त सारांश (Kabir Das Sabad Summary in Hindi) :-
अपने पहले सबद में कबीर ने जहाँ एक और उस समय समाज में चल रहे विभिन्न